इंदौर

इंदौर में जी-20 कृषि कार्य समूह की पहली बैठक हुई आयोजित

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया संबोधित

इंदौर – जी 20 सम्मेलन की अध्यक्षता भारत कर रहा है जी-20 को लेकर देशभर में विभिन्न आयोजन किए जा रहे हैं इंदौर में 13 से 15 फरवरी तक जी-20 कृषि कार्य समूह की पहली बैठक आयोजित की गई है कृषि कार्य समूह बैठक में शामिल होने पहुंचे अतिथियों का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वागत किया उन्होंने कहा है कि जी-20 सम्मेलन का ध्येय वाक्य “एक धरती-एक परिवार-एक भविष्य” भारतीय विचार परम्परा में सदियों से विद्यमान है भारत जियो और जीने दो के सिद्धांत को मानता और उसको क्रियान्वयन करता है जी-20 की सोच भी इसी के अनुरूप है लगातार बढ़ती जनसंख्या के कारण खाद्य सुरक्षा आज विश्व के सामने महत्वपूर्ण विचारणीय विषय है विश्व का मात्र 12 प्रतिशत भू-भाग कृषि के योग्य है वर्ष 2030 तक खाद्यान्न की माँग 345 बिलियन टन हो जाएगी जबकि वर्ष 2000 में यह माँग 192 बिलियन टन थी यह प्रत्यक्ष है कि न तो कृषि भूमि में वृद्धि होने वाली है और न ही हमारे प्राकृतिक संसाधन बढ़ने वाले हैं यह गंभीर चिंतन का विषय है कि कृषि योग्य भूमि का हम समुचित उपयोग भी करें और कृषि भूमि की उत्पादकता बढ़ाने के लिए हम उपयुक्त प्रयास भी करें कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों सहित जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट राज्य सभा सदस्य कविता पाटीदार महापौर पुष्यमित्र भार्गव सांसद शंकर लालवानी इन्दौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा तथा गौरव रणदिवे डॉ. राजेश सोनकर सचिन चतुर्वेदी सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे

वर्तमान में 45 लाख हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई की व्यवस्था शिवराज सिंह चौहान

प्रदेश तिलहन उत्पादन में देश में प्रथम स्थान पर रहा है देश में सोया के उत्पादन में 60 प्रतिशत भागीदारी मध्यप्रदेश की रही है। देश में गेहूँ का सबसे बड़ा उत्पादक प्रदेश, मध्यप्रदेश है। प्रदेश में उत्पादन बढ़ाने की दिशा में हमने हर संभव प्रयास किए हैं इसमें सिंचाई क्षेत्र को बढ़ाने में किए गए कार्य उल्लेखनीय है वर्ष 2003 में प्रदेश में केवल साढ़े सात लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होती थी इसे बढ़ा कर अब हम 45 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई कर रहे हैं हमारा लक्ष्य 65 लाख हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने का है उन्होंने कहा कि उत्पादन बढ़ाने के लिए नई तकनीक और अच्छे बीजों के इस्तेमाल को प्रदेश में किया है

मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा कि हम विश्व की खाद्य आपूर्ति को पूरा करने के साथ ही पृथ्वी के स्वास्थ्य, मनुष्य के स्वास्थ्य और प्रकृति के संरक्षण के लिए भी संवेदनशील हों जो तकनीक अपनाएँ वह सभी के अस्तित्व के लिए मित्रवत हो मुख्यमंत्री चौहान ने जी-20 सम्मेलन में पधारे अतिथियों को मध्यप्रदेश के पर्यटन की दृष्टि से आकर्षक स्थलों का भ्रमण करने का निमंत्रण भी दिया मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थशल में कृषि पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Don`t copy text!